दर्द - दर्द से खफा हो गया हैं,
आशुओँ ने भी बयां न किया मेरा दर्द,
वो आँशु भी खफा थे इस दर्द से-2
दर्द को - - - - - - - - खफा हो गया है।
मैं तो बेजुबान थी ,
खाने की तलाश मे थी,
जिन्हें दोस्त समझा वही दुश्मन निकले,
भूख मिटाने गयी थी ,
मुझे ही मिटा दिया उन्होंने,
दर्द को - - -- - - - - - - - - खफा हो गया है।
एक फल के रूप में विस्फोटक खिलाकर,
मेरे मुँह को छलनी कर दिया उन्होंने,
मैं तो मैं मेरे बच्चे का भी सर्वनाश कर दिया उन्होंने,
मैं तो बेजुबान थी अपना दर्द बयां न कर पाई।
उन आशुओँ न भी बयां न किया मेरा दर्द,
वो आशुओँ भी खफा थे इस दर्द से।
दर्द को - - - - - - - - - - - खफा हो गया है।
तीन दिन उस नदी के तट पर खडी रही,
अपने बच्चे के वियोग मे जलती रही,
उस पीड़ा को सहन करती रही,
और चंद घंटो मे मेरी कहानी खत्म हो गयी।
उन आशुओँ न भी बयां न किया मेरा दर्द,
वो आँशु भी खफा थे इस दर्द से।
दर्द को - - - - - - - - - - - खफा हो गया हैं।
मुझे ही मिटा दिया उन्होंने,
दर्द को - - -- - - - - - - - - खफा हो गया है।
एक फल के रूप में विस्फोटक खिलाकर,
मेरे मुँह को छलनी कर दिया उन्होंने,
मैं तो मैं मेरे बच्चे का भी सर्वनाश कर दिया उन्होंने,
मैं तो बेजुबान थी अपना दर्द बयां न कर पाई।
उन आशुओँ न भी बयां न किया मेरा दर्द,
वो आशुओँ भी खफा थे इस दर्द से।
दर्द को - - - - - - - - - - - खफा हो गया है।
तीन दिन उस नदी के तट पर खडी रही,
अपने बच्चे के वियोग मे जलती रही,
उस पीड़ा को सहन करती रही,
और चंद घंटो मे मेरी कहानी खत्म हो गयी।
उन आशुओँ न भी बयां न किया मेरा दर्द,
वो आँशु भी खफा थे इस दर्द से।
दर्द को - - - - - - - - - - - खफा हो गया हैं।
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