आज कुछ नया हो रहा था,
न जाने क्यों हवाओ का रूख बदल रहा था,धीरे-धीरे मौसम भी बदल रहा था,
जाने क्यों ऐसा पहली बार हो रहा था।
आज- - - - - - - - - - - - हो रहा था,
धीरे-धीरे- - - - - - - - - बदल रहा था
सावन की पहली बरसात मे भी कुछ खास था,
फूल-पतियों का यूँ खिल जाना एक नया एहसास था,
आज- - - - - - - - - - - - हो रहा था।
धीरे-धीरे- - - - - - - - - - बदल रहा था।
आज हम भी कुछ बेचैन थे ,
न जाने क्यों इतने परेशान थे,
किसी शायर ने इस परेशानी का कारण,
एक मोहब्बत को बताया,
न जाने कब उनकी मोहब्बत के हम कायल हो गए।
आज- - - - - - - - - - - - - हो रहा था,
धीरे-धीरे- - - - - - - - - बदल रहा था।
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