शुक्रिया इन आँखों का,
जिन्होंने ज़िंदगी के अलग-अलग,रंगो से रूबरू कराया हमे।
जब पहली बार आँखे खोली हमनें,
पापा की गोद मे पाया हमनें,
जब पहली बार आंखे खोली हमने,
मम्मी की ममता से रूबरू हुए हम।
शुक्रिया---------------- का,
जिन्होंने- - - -- - - -- - - -कराया हमे।
जब दुआओ के लिए पहली बार ,
आंखे बंद की हमने,
उस खुदा को अपनी ,
कल्पनाओं मे पाया हमने।
जब पहली बार दुनिया मे आए हम,
अपनी मोटी-मोटी आंखों से,
दुनिया की चमकतीं रोशनी मे,
खो गए हम।
शुक्रिया- - - - - - - - - - - का,
जिन्होंने- - - - - - - कराया हमे।
जब पहली बार मोहब्बत हुई,
उन्हें अपने सपनो मे पाया हमने,
इन आंखों का शुक्रिया,
जिन्होंने इन सबसे रूबरू कराया हमे।
शुक्रिया - - - - - - - - - का,
जिन्होंने- - - - - - - - कराया हमे।
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