Skip to main content

Karishma Kudrat Kaa

 कुदरत-ए-तोहफा बहुत ही खास था,

हमारे दिल के बहुत ज्यादा ही पास था।

तेरे लंबे-लंबे बालों मे भी कुछ खास था,
दुसरो को अपनी और आकर्षित करने का राज था,
इन मोटी-मोटी आंखों मे मेरे लिए ख्वाबो का संसार था।

पलके झुकाए हमारा इंतज़ार करते हो,
न जाने क्यों हमसे इतना प्यार करते हो।
इन गुलाबी पंखुड़ियों जैसे होंठो का भी क्या कहना,
इनकी हल्की सी मुस्कान मे भी हमारे लिए प्यार था।

तेरे इन हाथो का भी क्या कहना,
अपने हाथों से जो खाना बनाती,
उसमे भी लाजवाब स्वाद था।

हर दर्द को छिपाना जानते हो,
लगा आंखों में मस्कारा,आइलैनर,
इन आँशुओ को आंखों में छिपाना जानते हो।

मोमबत्ती की तरह मासूम से दिल था,
थोड़ी सी नोंक-झोंक में पिघलने लगता था,
कुदरत के इस लाजवाब तोफहा को,
अपने दिल के पास रखना चाहेंगे।

हमारा आज भी आपसे हैं
हमारा कल भी आपसे ही रहेगा,
हमारे दिल की धड़कने भी आपसे हैं,
हमारी आज जो ज़िन्दगी हैं ,
वो सिर्फ आपसे हैं।
Go to link;-Karishma Kudrat Kaa
Karishma_ Kudrat _Kaa
Beautiful love image

Comments

Popular posts from this blog

Feeling of Love/Romantic poem

 प्यार वो एहसास हैं जो किसी एक से होता हैं किसी नेक से होता हैं।    जिन्हें कभी देखा नही उनके लिए ये एहसास था, कहि न कही उनके लिए ये प्यार था। न जाने कब हमारे साथ होंगे,  न जाने कब हमारे पास होंगे । प्यार- - - - - - - - --  - -  - - - - होता हैं किसी - - - - - - - - - - - - - -  - - -होता हैं। हमारी गलतियों ने , उन्हें हमसे खफा कर दिया। दूर होकर भी , हमे उनके पास कर दिया। हमारी आंखों को उनका इंतज़ार था , वो दूर हो गए, फिर भी न जाने क्यों उन्ही से प्यार था। प्यार - - - - - - - - - - - -  - - होता हैं किसी- - - - - - - - - - -   - होता हैं।

छाई बरखा बहार/Love poem

 आसमान मे बादल छाए, This image related to rain धीरे-धीरे बरखा लाए, बरखा की बूंदे, बच्चों को बहुत लुभाए, धीरे-धीरे सब मस्ती मे आए। आसमान- - - - - - लाए। मुरझाए फूल-पतो मे, जान आ गई, धीरे-धीरे आसमान मे , बरखा छा गई। आसमान- - - - - - - - - लाए। पशु-पक्षियों का कलरव छा गया, धीरे-धीरे मोर नाचने आ गया, वातावरण मे हरियाली छाई, धीरे-धीरे तीज भी , अपने घर से निकल आई। आसमान - - - - - - - - - लाए।

rainbow bridge poem | the raven poem | sad poem 2023

😭😭😭😭😭😭😭😭😭     तू जब से मेरी ज़िन्दगी में आया है, मेरे दिन का चैन और रातो की नींद को चुराया है, घर की चारदीवारी में मुझे केद कर, बाहर के गोलगप्पे ,चाउमिन सब कुछ को छुड़ाया है, करा करा कर योगा ,खिला खिला कर,   घर का मम्मी के हाथो का स्वादिष्ट खाना, मुझे गोलू मोलू मोटा ताजा बनाया है, पूरे दिन तेरे डर की वजह से इस बार , एसएससी की एक पोस्ट पर अपना कब्जा जमाया है, ना जाने तेरे डर की वजह से, क्या क्या सीखा हैं, अब तू मुझे छोड़ जा रहा हैं, एक नालायक को फिर से अच्छे स्टूडेंट की कैटेगरी में, ला खड़ा किया है। जा कोरोना जा सबको, अपनी नई ज़िंदगी से रूबरू होने दे , तेरे जाने से ये आंखे नम है, कहीं ना कहीं दिल में एक गम हैं। Go to link:- feeling of love