कुदरत-ए-तोहफा बहुत ही खास था,
हमारे दिल के बहुत ज्यादा ही पास था।तेरे लंबे-लंबे बालों मे भी कुछ खास था,
दुसरो को अपनी और आकर्षित करने का राज था,
इन मोटी-मोटी आंखों मे मेरे लिए ख्वाबो का संसार था।
पलके झुकाए हमारा इंतज़ार करते हो,
न जाने क्यों हमसे इतना प्यार करते हो।
इन गुलाबी पंखुड़ियों जैसे होंठो का भी क्या कहना,
इनकी हल्की सी मुस्कान मे भी हमारे लिए प्यार था।
तेरे इन हाथो का भी क्या कहना,
अपने हाथों से जो खाना बनाती,
उसमे भी लाजवाब स्वाद था।
हर दर्द को छिपाना जानते हो,
लगा आंखों में मस्कारा,आइलैनर,
इन आँशुओ को आंखों में छिपाना जानते हो।
मोमबत्ती की तरह मासूम से दिल था,
थोड़ी सी नोंक-झोंक में पिघलने लगता था,
कुदरत के इस लाजवाब तोफहा को,
अपने दिल के पास रखना चाहेंगे।
हमारा आज भी आपसे हैं
हमारा कल भी आपसे ही रहेगा,
हमारे दिल की धड़कने भी आपसे हैं,
हमारी आज जो ज़िन्दगी हैं ,
वो सिर्फ आपसे हैं।
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